ब्लूटूथ के बारे में तो सभी जानते हैं। दरअसल, यह स्मार्टफोन का एक ऐसा फीचर है, जो काफी काम का है। इसकी मदद से डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है। ब्लूटूथ ऑडियो डिवाइस, होम स्टीरियो, एमपी3 प्लेयर, लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट आदि में भी उपलब्ध है। बता दें कि हर तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में डेटा ट्रांसफर की जरूरत होती है, जिसमें ब्लूटूथ बहुत काम आता है। हालांकि इसके लिए दोनों पेयरिंग डिवाइस में ब्लूटूथ की सुविधा होनी चाहिए।
ब्लूटूथ क्या है?
ब्लूटूथ एक वायरलेस तकनीक है जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बीच डेटा स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। हालांकि, इस डेटा ट्रांसफर के दौरान दोनों डिवाइस के बीच की अधिकतम दूरी 10 से 50 मीटर तक हो सकती है। ब्लूटूथ पर डेटा ट्रांसफर करने के लिए किसी केबल या एडेप्टर की आवश्यकता नहीं होती है।
ब्लूटूथ कैसे काम करता है?
ध्यान दें कि एक ब्लूटूथ डिवाइस एक बार में अधिकतम सात डिवाइस कनेक्ट कर सकता है। यह मुख्य रूप से स्मार्टफोन, कंप्यूटर और गेमिंग कंसोल में उपयोग किया जाता है। यह एक बहुत ही सरल तकनीक है, जिसमें कोई समस्या नहीं है। साथ ही, बिजली की खपत भी बहुत कम होती है, जो इस तकनीक को बहुत लोकप्रिय बनाती है। ब्लूटूथ डिवाइस अन्य तकनीकों की तुलना में काफी सस्ते होते हैं, जिनका उपयोग 10 से 50 मीटर की दूरी पर किया जा सकता है।
ब्लूटूथ के क्या लाभ हैं?
ब्लूटूथ से आप बिना किसी तार के दो उपकरणों को एक साथ जोड़ सकते हैं। यह कनेक्शन कनेक्ट करना बहुत आसान है, केवल दो डिवाइस को ब्लूटूथ से कनेक्ट करने की आवश्यकता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस तरह के डेटा ट्रांसफर में दीवार भी नहीं रुकती है।
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